की-बोर्ड (Key-Board) - Computer World

Thursday, 16 January 2020

की-बोर्ड (Key-Board)

की-बोर्ड (Key-Board)

की-बोर्ड (Key-Board) - एक ऐसी युक्ति है, जिसके द्वारा कम्प्यूटर को आवश्यक निर्देश प्रदान किए जाते हैं कम्प्यूटर का की- बोर्ड टाइपराइटर के की-बोर्ड से लगमग मिलता-जुलता होता है। लेकिन इसके नीचे दी गई कुछ अतिरिक्त 'की' (Key) होती है

*      ऐरो की (Arrow Key ) - तथा दूसरी संचालन करने वाली विशेष की - (←,→,↑,↓) Home, End, PgUp, PgDown
*      फंक्शन की (Function Key)-F1, F2, F3, F4, F5, F6, F7, F8, F9, F10, FII, F12.
*      टेक्स्ट संपादन की (Text Editi ting Keys)-Backspace, Delete, Insert.
*      मॉडिफाइयर की (Modifier Key)-Shift, Ctul (Control), Alt (Alter).
*      इंटर की (Enter Key) – Enter
*      कुछ आल्स विशेष कीज़ (Other Keys)-Print Screen, Scroll Lock, Num Lock, Caps Lock, Pause.
*      एल.ई.डी. इंडिकेटर (L.E.D. Indicator)-Num Lock, Caps Lock, Scroll Lock.

की-बोर्ड मुख्यतः दो रूपों से मिलते हैं-स्टैण्डर्ड (Standard) और इनहैंस्ड (Enhanced)। दोनों की-बोर्डो में इनहैंस्ड की-बोर्ड ही अधिक प्रचलित हैं, क्योंकि इसमें कुछ अतिरिक्त 'की' होती हैं।
इसकी मुख्य 'कीज' इस प्रकार हैं -


1. मुख्य कीज (Main Keys ) - ये की-बोर्ड पर सामान्यतः सफेद रंग की 'की' होती हैं। इनमें अक्षर (Alphabets), संख्या (Numbers), कुछ विशेष चिह्न (Special Charactesr), विराम चिन्ह (Punctuation Marks) तथा दो शिफ्ट कीज (Shift Keys ) होती हैं।

2. फंक्शन कीज (Function Keys) - ये F1 से F12 तक होती हैं। किसी-किसी की-बोर्ड में 20 फंक्शन कीज भी होती हैं। ये 'की' वास्तव में एक पूरे आदेश (Command) के बराबर होती हैं।


3. कर्सर कंट्रोल कीज (Cursor Control Keys) - इन की पर ←,→,↑ और ↓ के निशान बने होते हैं, जिन्हें हम बाएँ (Left), दाएँ (Rigth), नीचे (Down) और ऊपर (Up) ऐरो (Arrow) कहते हैं। इसे कर्सर (Cursor) को बाएँ, दाएँ, ऊपर तथा नीचे ले जाया जा सकता है। इन कीज को एक बार दबाने से कर्सर एक स्थान दाएँ या बाएँ अथवा एक लाइन ऊपर या नीचे चला जाता है। इनके अतिरिक्त चार और कर्सर कंट्रोल कीज (Cursor Control Keys) होती हैं, जिन पर Home, End, PgUp और PgDn लिखा रहता है। इसमें से होम की (Home Key) दबाने से कर्सर स्क्रीन के ऊपरी बाएँ कोने पर या किसी फाइल के शुरू में चला जाता है। इसी तरह 'इण्ड की' (End Key) दबाने से कर्सर स्क्रीन के निचले दाएँ कोने पर या किसी फाइल के अन्त में चला जाता है। 'पेज अप की' (PgUp Key) दबाने से कर्सर किसी फाइल के पिछले पेज पर चला जाता है तथा पेज डाउन की (PgDn Key) दबाने से कर्सर किसी फाइल के अगले पेज पर चला जाता है।


4. संख्यात्मक 'की' पैड (Numeric Key Pad) - की बोर्ड के दाईं ओर संख्यात्मक की पैड होता है। इसमें 0 से 9 तक सभी अंक दशमलव बिन्दु (.), धन (+), ऋण (-) तथा अन्य की भी होते हैं। कुछ कीज पर अंकों के नीचे कुछ और भी चिह्न या लिखा होता है, जैसे 0 की पर Ins, I की पर End, 2 की पर ↓, 3 की पर PgDn, 4 की पर ←, 6 की पर →, 7 की पर Home, 8 की पर ↑, 9 की पर PgDn, . की पर Del. ये कीज दो काम करते हैं दो काम करने वाली 'की' का स्विच संख्यात्मक लॉक की (Num Lock Key) द्वारा नियन्त्रित होता है।
जब संख्यात्मक लॉक (Num Lock Key) ऑन (on) होता है तब ये सभी 'की' 'नम्बर की' की भाँति काम करती हैं और जब संख्यात्मक लॉक की (off) होता है, तब ये सभी 'की' उन कीज पर नीचे लिखे हुए कार्य करते हैं। संख्यात्मक लॉक की (Num Lock Key) दबाने पर हरी लाइट जलती है, नहीं तो बुझी रहती है।




5. कैपीटल लॉक की या कैप्स लॉक की (Caps Lock Key) - कैपीटल लॉक की या कैप्स लॉक की दबाने पर अक्षर कैपीटल (Capital) में टाइप होता है। इस 'की' को दोबारा दबा देने पर अक्षर पुनः छोटे अक्षर (Small) में टाइप होने लगते हैं।

6. शिफ्ट की (Shift Key) - शिफ्ट की को दबाए रखने पर और उसके बाद किसी भी अक्षर की को दबाने पर कैपीटल अक्षर टाइप होता है। यदि कैप्स लॉक (Caps Lock) ऑन (on) है, तो इससे उल्टा प्रभाव होता है। जिन कीज पर दो चिह्न लिखे होते हैं, उन्हें शिफ्ट के बिना दबाने पर नीचे लिखा चिह्न आता है और शिफ्ट के साथ दबाने पर ऊपर वाला चिह्न टाइप होता है; जैसे-

~,!,@,#,$,%,^,&,*,(,),_,+,:,”,<,>,?,{,}.

7. टैब की (Tab Key) - टैब की से कर्सर को किसी लाइन में पहले से तय किए हुए स्थानों तक एक बार में ले जा सकते हैं। इसके द्वारा पैराग्राफ, टैक्स्ट, संख्या आदि को डिजाइन करते हैं।

8. एस्केप की (Esc Key) - एस्केप की के द्वारा एकदम पहले प्रविष्ट कराई गई एंट्री (Entry) या कमांड (Command) को रद्द कर सकते हैं।

9. कंट्रोल और अल्ट की (Ctrl Key & Alt Key) - कंट्रोल की तथा अल्ट की कुछ विशेष कार्यों के लिए इन कीज को दूसरी कीज के साथ दबाना होता है, जिससे कम्प्यूटर कुछ विशेष कार्य करता है।

10. रिटर्न या एंटर की (Return or Enter Key) - एंटर की का इस्तेमाल दो कामों के लिए किया जाता है। यह हमारे कम्प्यूटर को सावधान करती है। कि हमने उसे निर्देश देना बन्द कर दिया है और अब वह निर्देशों के अनुसार कार्य का विश्लेषण (Process) कर सकता है। जब कम्प्यूटर पर कोई वर्ड प्रोसेसिंग प्रोग्राम (Word Processing Programme) चल रहा हो तो एंटर की को दबाने पर नया पैराग्राफ या नई लाइन शुरू हो जाती है। इसको ↲ चिह्न से सम्बोधित किया जाता है।

11. पॉज की (Pause Key) - पॉज की को दबाने से स्क्रीन जहाँ है, वहीं रुक जाती है।

12. स्क्रॉल लॉक की (Scroll Lock Key) - स्क्रॉल लॉक की, पॉज की जैसा ही काम करता है; परन्तु सूचना आना फिर से शुरू करने के लिए हमको किसी और की के बजाय वही की फिर से दबाना पड़ेगा।

13. प्रिंट स्क्रीन की (Print Screen Key) - प्रिंट स्क्रीन की को दबाने पर उस समय स्क्रीन पर जो भी डाटा या सूचना हो, वह प्रिंट पर ठीक उसी प्रकार छप जाता है। कभी-कभी यह की शिफ्ट की के साथ दबाई जाती है।

14. बैक स्पेस की (Back Space Key) - बैक स्पेस की को दबाने से कर्सर एक कैरेक्टर पीछे आ जाता है तथा जिस कैरेक्टर पर क्सर पहले था, वह मिट जाता है। इस की का प्रयोग टाइपिंग से स्पेलिंग वगैरह की गलतियाँ हो जाने पर किया जाता है।

15. डिलीट की (Delete Key) - डिलीट की को दबाने से वह कैरेक्टर मिट जाता है, जिस पर कर्सर होता है

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