हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर (Hardware and Software)
कम्प्यूटर इलेक्ट्रॉनिक पुर्जों और परिपथों जैसे-रजिस्टर्स, सिलिकॉन चिप्स, आई.सी. तथा विद्युत परिपथ आदि हार्डवेयर पार्ट्स से मिलकर बनाया जाता है। कम्प्यूटर की समस्त मशीनरी ऑपरेशन कम्प्यूटर हार्डवेयर के अन्तर्गत आता है। कम्प्यूटर से विभिन्न प्रकार के कार्यों या समस्याओं को हल/सम्पादित करने के लिए कम्प्यूटर प्रोग्राम की आवश्यकता होती है। यह प्रोग्राम एक या एक से अधिक हो सकते हैं। किसी विशेष प्रोजेक्ट या संस्था के क्रियाकलापों और कार्यों के कम्प्यूटरीकरण में उस विशेष कार्य को हल करने के लिए कई प्रोग्राम को जोड़कर एक प्रोग्राम बनाया जाता है। इस प्रोग्राम से वह विशेष कार्यं सुगमता से किया जा सकता है। कम्प्यूटर पद्धति में 'सॉफ्टवेयर' प्रोग्राम, प्रलेखों, विधियों और नियमित कार्यक्रमों को क्रियान्वित करने में सहायक सूचनाओं और शर्तों आदि का एक समुच्चय होता है।
सॉफ्टवेयर को निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है –
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software) - इस श्रेणी में ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System), कम्पाइलर (Compiler) तथा अन्य प्रोग्राम आते हैं, जो कार्यविधि तथा कार्यनीति निर्धारित करते हैं । इनमें कम्प्यूटर की कम्प्यूटर के आन्तरिक विभागों का संयोजन व पारस्परिक संवाद प्रमुख है।
2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software) - कई विभागों में एक ही तरह की समस्या को सुलझाने के लिए जिस प्रोग्राम का उपयोग किया जाता है, उसे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहते हैं। जैसे-यात्रा आरक्षण, फैक्टरियों के कच्चे माल की मात्रा का निर्धारण आदि ।
3. कस्टम सॉफ्टवेयर (Custom Software) इस श्रेणी में वे प्रोग्राम आते हैं, जो किसी एक विशेष आवश्यकता की पूर्ति के लिए लिखे जाते हैं। किसी एक समस्या विशेष के समाधान के लिए लिखे गए ये प्रोग्राम सिर्फ उसी प्रयोगकर्ता के काम आ सकते हैं।
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